
भारत व ब्रिटेन में किए गए अध्ययन में यह पता चला है।
क्या कहती है रिसर्च- शोधकर्ताओं ने बोला कि जब यह पता नहीं रहता कि बॉस आपके प्रति किस तरह से व्यवहार करेगा जो इससे कर्मचारियों के कार्य की गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ता है।
ब्रिटेन में एक्सटर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने यह पाया कि जिनके बॉस एक पल में अपने कर्मचारियों के साथ घुलमिल जाते है व फिर दूसरे ही पल गुस्सा करने लगते हैं तो वे ज्यादा हानिकारक होते हैं।
उन्होंने बोला कि बेशक से कर्मचारियों के साथ बॉस के संबंध बेकार हों, लेकिन अगर संबंध एक जैसे बने रहते है व वे बदलते नहीं है तो ऐसे संबंध बेहतर हैं।
क्या कहते हैं शोधकर्ता- एक्सटर विश्वविद्यालय के एलन ली ने बोला कि अगर आपका बॉस खुश वबेकार दोनों मिजाज वाला है तो यह पता लगाना कठिन होता है कि वह आपके बारे में क्या सोचता है।इससे उन पर भरोसा करना कठिन होता है। इससे निगेटिव विचार आते हैं व यह रवैया कर्मचारियों को परेशान करता है।
शोधकर्ताओं ने ब्रिटेन में दो व हिंदुस्तान में एक कंपनी में चार सर्वे किए जिसमें कर्मचारियों से पूछा गया कि वे अपने बॉस के बारे में क्या सोचते हैं व अलग-अलग कार्यों में उनका प्रदर्शन कैसा रहता है|