नई दिल्ली/लंदन : इंग्लैंड क्रिकेट टीम के का कहना है कि साल 2015 में हुए एशेज सीरीज के दौरान ऑस्ट्रेलिया के एक खिलाड़ी ने उन्हें ‘ओसामा’ कहकर बुलाया। अली ने दावा किया कि कार्डिफ में हुए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में उनके विरूद्ध अपमानजनक टिप्पणी की जिससे वह बहुत परेशान हुए। अली ने उस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली पारी में 77 रन बनाए व पांच विकेट लेकर मेजबान टीम को 169 रनों से जीत दिलाई।
‘क्रिकइंफो’ ने अली के हवाले से बताया, “व्यक्तिगत प्रदर्शन के आधार पर मेरे लिए वह एशेज सीरीज शानदार रही। एक घटना हालांकि, ऐसी हुई जिसने मेरा ध्यान भटकाया। मैच के दौरान मैदान पर एक ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मेरी तरफ मुड़ा व कहा ‘टेक दैट ओसामा’। मैंने जो सुना उस पर मुझे यकीन नहीं हुआ, मैं गुस्से से लाल हो गया। इससे पहले मुझे मैदान पर इतना गुस्सा कभी नहीं आया। ”
मोईन अली ने कहा, “मैंने अपनी टीम के कई साथियों को बताया व मैं समझता हूं कि कोच ट्रेवर बेलिस ने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष डेरन लेहमन के सामने यह मुद्दा उठाया होगा। लेहमन ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी से जब इस बारे में पूछा तो उसने यह कहते हुए मना कर दिया कि उसने मुझे ‘टेक दैट पार्ट-टाइमर’ कहकर बुलाया। मुझे यह सुनकर अचंभा हुआ लेकिन आपको खिलाड़ी की बात माननी होती है लेकिन मैं पूरे मैच के दौरान गुस्से में था। ”
”असभ्य’ है ऑस्ट्रेलियाई टीम’
ग्लैंड के ने मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम को ‘असभ्य’ बताते हुए बोला है कि वह इकलौती टीम है जो उन्हें पसंद नहीं है। अली ने यह धारणा 2017-18 एशेज सीरीज व पिछले तीन सालों में किए गए दौरों के बाद बनाई है।
‘ऑस्ट्रेलिया बिल्कुल पसंद नहीं है’
मोईन ने ‘द टाइम्स’ में मिकी एथरटन को दिए साक्षात्कार में बोला है, “आप किसी से भी बात करेंगे। । वह यही कहेंगे कि मैं जितनी भी टीमों के साथ खेला हूं उनमें से ऑस्ट्रेलिया मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं है। ” उन्होंने कहा, “इसलिए नहीं है कि वो ऑस्ट्रेलिया है व हमारा पुराना शत्रु है, लेकिन जिस तरह से वो खिलाड़ियों व लोगों का सम्मान नहीं करते हैं व बुरा व्यवहार करते हैं इसके कारण मुझे वो बिल्कुल पसंद नहीं हैं। ”
‘ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मुझे गालियां दे रहे थे’
इस हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, “2015 विश्व कप से पहले मैंने जो पहला मैच उनके विरूद्ध खेला था। उस मैच में वो सिर्फ परेशान नहीं कर रहे थे बल्कि गालियां दे रहे थे। वो पहली बार था जब मुझे बुरा लगा। मैंने हालांकि कोई धारणा नहीं बनाई, लेकिन मैं जितना उनके विरूद्ध खेला वह बुरे साबित हुए। एशेज 2015 में को वो टीम बेहद ही बुरी निकली। ”
अली ने हालांकि माना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी पर्सनल तौर पर अच्छे इंसान हैं, लेकिन टीम के तौर पर वह अलग होते हैं। अली ने कहा, “निजी तौर पर वह शानदार है। वार्सेस्टर में जो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं वो शानदार है। बेहतरीन इंसान हैं। ” बता दें कि इंग्लैंड ने 2015 एशेज सीरीज को 3-2 से जीता था।