राम पुनियानी हाल में, 30 जनवरी 2019 को, जब पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का 71वां बलिदान दिवस मना रहा था, उस दिन अलीगढ़ में हिन्दू महासभा के सदस्यों ने गांधीजी की हत्या की घटना का सार्वजनिक रूप से पुनर्सृजन किया| हिन्दू महासभा की सचिव पूजा शकुन पाण्डेय के नेतृत्व ...
Read More »लेख विचार
पचपन महीने बनाम पचपन साल का प्रहार
पीएम मोदी ने 55 महीने का जो हिसाब दिया है, प्रतिपक्ष उसे क्रास चेक करके उन्हीं विषयों को जनता के बीच क्यों नहीं उठाता? क्या बेरोजगारी, नोटबंदी में लुट-पिट गये लोग, सबको स्वास्थ्य, बेघरों को घर, डबल डिजीट महंगाई, किसानों की बदहाली कोर इश्यू नहीं है? गुरूवार को संसद में ...
Read More »राममंदिर का गणित
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण विश्व हिंदू परिषद की प्राथमिकताओं में शायद सबसे ऊपर है| 2014 में जब मोदी सरकार ने देश संभाला और उसके बाद उत्तरप्रदेश जीतकर भाजपा ने आदित्यनाथ योगी को मुख्यमंत्री के लिए चुना तो विहिप समेत तमाम हिंदूवादी संगठनों की उम्मीदें और बढ़ गईं कि ...
Read More »भूटान का चीन के प्रति झुकाव भारत के लिए चिन्ताजनक
भारत और भूटान के मधुर संबंध सदियों पुराने हैं| हाल में ये संबंध और भी प्रगाढ़ हो गये हैं| भारत और भूटान ने 1949 में एक संधि पर हस्ताक्षर किए थे जिसके तहत भूटान वैदेशिक मामलों में और सुरक्षा के मामलों में भारत की सलाह पर चलेगा| उसके बाद सन् ...
Read More »गाँधी की हत्या का पुनर्सृजन क्यों?
राम पुनियानी हाल में, 30 जनवरी 2019 को, जब पूरा देश राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का 71वां बलिदान दिवस मना रहा था, उस दिन अलीगढ़ में हिन्दू महासभा के सदस्यों ने गांधीजी की हत्या की घटना का सार्वजनिक रूप से पुनर्सृजन किया| हिन्दू महासभा की सचिव पूजा शकुन पाण्डेय के नेतृत्व ...
Read More »एक बार फिर गुर्जर आंदोलन
उपेन्द्र प्रसाद राजस्थान के गुर्जर एक बार फिर सड़कों पर हैं| पिछले 15 साल से वे आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे हैं| उनके आंदोलन में करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ है और दर्जनों लोग अब तक मारे भी गए हैं| लेकिन उनकी समस्या का कोई समाधान आजतक निकाला ...
Read More »नीति निर्धारण में जनभागीदारी
मनींद्र नाथ ठाकुर (एसोसिएट प्रोफेसर, जेएनयू) जनतंत्र का नया दौर आनेवाला है| इस नये दौर में सरकारों को नीति-निर्धारण में जनभागीदारी सुनिश्चित करनी होगी| केवल पांच साल में एक बार चुनी हुई सरकार से अब काम नहीं चलनेवाला है| जनतंत्र के लिए एक निश्चित अंतराल पर निष्पक्ष चुनाव, सभी वयस्क ...
Read More »रेपो रेट कटौती से आर्थिक गतिविधि में तेजी की संभावना
डॉ. हनुमंत यादव भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में आयोजित तीन दिवसीय समीक्षा बैठक के बाद 7 फरवरी को नीतिगत ब्याज दरों में कटौती का फैसला किया| ब्याज दरों में कटौती से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आयेगी तथा होम लोन ...
Read More »कला पर न लगे अनावश्यक प्रतिबंध
जगदीश रत्तनानी (वरिष्ठ पत्रकार) नामचीन अभिनेता, निर्देशक तथा निर्माता अमोल पालेकर एक मृदुभाषी वक्ता हैं, पर वे एक दमदार बात रख सकते हैं| पिछले सप्ताह वे मुंबई के नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में स्वर्गीय कलाकार प्रभाकर बर्वे की एक अरसे के दौरान विकासशील कलाकृतियों की प्रदर्शनी में अतिथि वक्ता ...
Read More »संकट में पड़ा ‘इस्पाती ढांचा’
पवन के वर्मा (पूर्व प्रशासक एवं लेखक) नौकरशाही के एक अखिल भारतीय स्वरूप के संदर्भ में भारत के ‘इस्पाती ढांचे’ (स्टील फ्रेम) के सृजन का श्रेय सरदार पटेल को दिया जाता है| भारतीय प्रशासनिक सेवा एवं भारतीय पुलिस सेवा समेत अन्य अखिल भारतीय सेवाओं के इस चैखटे से ये उम्मीदें ...
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