Stock Market: भारतीय शेयर बाजार ने शुरुआती गिरावट से निकाला दम, वैश्विक संकेतों ने थामा सहारा
Stock Market: बुधवार को भारतीय शेयर बाजारों ने हल्की कमजोरी के साथ ट्रेडिंग की शुरुआत की, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिले सकारात्मक वातावरण ने शुरुआती दबाव को काफी हद तक कम कर दिया। विदेशी पोर्टफोलियो (Foreign Portfolio) निवेशकों की लगातार बिकवाली के बावजूद घरेलू बाजार धीरे-धीरे संभलता गया और ओपनिंग के कुछ ही मिनट बाद प्रमुख इंडेक्स फिर से हरे निशान में लौट आए। बाजार भागीदारों के अनुसार, वैश्विक संकेतों का सकारात्मक रुझान और आगामी आर्थिक घटनाक्रमों से जुड़ी उम्मीदें निवेशकों के मनोबल को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

शुरुआती कारोबार में उतार-चढ़ाव
ट्रेडिंग सत्र की शुरुआत में निफ्टी 50 इंडेक्स 25,842.95 पर खुला, जो पिछले सत्र की तुलना में मामूली गिरावट को दर्शाता था। इसी तरह बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) ने भी कमजोरी के साथ 84,503.44 पर ओपन किया। हालांकि, ओपनिंग के थोड़ी देर बाद ही दोनों प्रमुख इंडेक्स ने तेजी से रिकवरी दिखाते हुए सुधार के संकेत दिए। अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मिले मजबूत संकेतों ने घरेलू बाजारों को उबरने में खास मदद की।
FPI की बिकवाली से बना दबाव
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा लगातार शॉर्ट पोजिशन बनाए रखना बाजार पर दबाव का मुख्य कारण बना हुआ है। मार्केट विशेषज्ञों का मानना है कि दिसंबर सीरीज की शुरुआत FPIs ने काफी अधिक शॉर्ट पोजिशन ( short position) के साथ की है, जिससे बाजार का मूड शुरू से ही थोड़ा कमजोर बना रहा। हालांकि, बीते कुछ सत्रों में उन्होंने अपने शॉर्ट पोजिशन में हल्की कटौती की है, जिसे सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
संभावित ट्रेड डील से बढ़ी उम्मीदें
विश्लेषकों के अनुसार, यदि US-India ट्रेड डील से जुड़े नए कदम सामने आते हैं, तो यह घरेलू बाजार के लिए बड़ा मोमेंटम क्रिएट कर सकता है। ऐसी डील न केवल सेंटीमेंट में सुधार लाएगी, बल्कि इंडेक्स को 2024 में बने रिकॉर्ड स्तरों (record levels) से ऊपर ले जाने में भी मदद कर सकती है। इसके साथ ही 5 दिसंबर को होने वाली RBI की नीति बैठक को लेकर निवेशकों की नजरें टिकी हुई हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि केंद्रीय बैंक भविष्य में रेट कट की दिशा में संकेत दे सकता है, जो बाजार में नई तेजी ला सकता है।
अमेरिकी बाजारों में मजबूती
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिकी बाजारों ने मजबूत प्रदर्शन किया, जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी देखने को मिला। कमजोर रिटेल सेल्स और प्राइवेट पेरोल डेटा ने फेडरल रिजर्व द्वारा रेट कट की संभावना को और बढ़ा दिया है। प्रमुख अमेरिकी इंडेक्स जैसे Dow Jones, S&P 500 और Nasdaq ने सकारात्मक क्लोजिंग दर्ज की। वहीं US VIX में गिरावट और Thanksgiving से पहले कम ट्रेडिंग वॉल्यूम ने भी निवेशकों की धारणा को सहारा दिया। अब निवेशक लगभग 85% संभावना के साथ दिसंबर में रेट कट की उम्मीद लगा चुके हैं।



