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online fraud: 1.87 लाख का ऑनलाइन ऑर्डर खोलते ही बिगड़ गई युवक की हालत, ठंड में छूटे पसीनें…

online fraud: बेंगलुरु के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने ऑनलाइन शॉपिंग की. उसने ₹1,87,000 का स्मार्टफोन मंगवाया. लेकिन बॉक्स खुला तो झटका लग गया. फोन की जगह अंदर सिर्फ टाइल का एक छोटा टुकड़ा था. ये देखकर वह बुरी तरह घबरा गया. उसने तुरंत पूरा मामला रिकॉर्ड करने के लिए वीडियो बना लिया. बाद में कंपनी ने उसके पैसे लौटा दिए.

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ये इंजीनियर बेंगलुरु की एक बड़ी टेक कंपनी में जॉब करता है. वहां वह रोज सॉफ्टवेयर पर काम करता रहता है. कुछ दिन पहले उसने अमेज़न वेबसाइट पर सैमसंग गैलेक्सी जेड फोल्ड 7 मॉडल देखा. ये फोन फोल्डेबल है. मतलब इसे मोड़कर छोटा बनाया जा सकता है. कीमत इतनी ज्यादा थी कि क्रेडिट कार्ड से पेमेंट करना पड़ा. ऑर्डर कन्फर्म होने के बाद वह उत्साहित था. डिलीवरी का इंतजार कर रहा था.

जब पैकेट घर पहुंचा, तो उसने सावधानी से बॉक्स खोला. साथ ही मोबाइल से खुद का वीडियो रिकॉर्ड किया. ऐसा इसलिए किया ताकि अगर कोई दिक्कत हो तो सबूत रहे. वीडियो में वह बॉक्स को ध्यान से खोलता नजर आता है. कुरियर सील तो सही लग रही थी. लेकिन अंदर झांका तो स्मार्टफोन गायब. जगह पर बस एक सादी टाइल का टुकड़ा पड़ा था. वो भी बिल्कुल फोन जैसा शेप वाला. इससे उसका चेहरा सफेद पड़ गया. हैरानी में वह चिल्ला भी उठा.

फिर उसने सोचा कि ये धोखा हो सकता है. तुरंत अमेज़न कस्टमर केयर से बात की. लेकिन समस्या हल न हुई. तब उसने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत की. ये पोर्टल भारत सरकार का है. यहां ऑनलाइन फ्रॉड की रिपोर्ट आसानी से दर्ज होती है. इसके बाद वह कुमारस्वामी लेआउट पुलिस स्टेशन पहुंचा. वहां विस्तार से पूरी बात बताई. पुलिस ने एफआईआर लिखी. एफआईआर का मतलब फर्स्ट इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट (FIR) होता है. ये अपराध की पहली आधिकारिक रिकॉर्डिंग है. अब पुलिस जांच चला रही है. कुरियर कंपनी और अमेज़न से डिटेल्स मांग रही है.

अमेज़न ने तुरंत रिफंड किया

अमेज़न ने तुरंत कदम उठाया. उन्होंने इंजीनियर द्वारा भेजे गए वीडियो को ध्यान से जांचा. वीडियो में पैकेट खोलने का पूरा प्रोसेस दिख रहा था. इससे साफ पता चला कि सामान गलत था. इसके बाद अमेज़न ने इंजीनियर के क्रेडिट कार्ड पर पूरा पैसा लौटा दिया. रिफंड (Refund) मिलते ही इंजीनियर को बड़ी राहत हुई.

इंजीनियर को मिली राहत, मामला अभी खत्म नहीं

वह चिंता में था लेकिन अब थोड़ा सुकून मिला. फिर भी पूरा मामला अभी खत्म नहीं हुआ. पुलिस अभी भी जांच कर रही है. उन्हें शक है कि डिलीवरी के रास्ते में कोई चोरी हुई हो. या फिर पैकेट को खोलकर सामान बदल दिया गया हो. ऐसा स्वैपिंग कहते हैं. ये तरीका ठगों का आम हथकंडा (common tactic) है.

महंगे गैजेट्स में ऑनलाइन धोखाधड़ी आम

ऑनलाइन शॉपिंग में ऐसे मामले कभी-कभी सामने आते हैं. लोग घर बैठे सामान मंगवाते हैं लेकिन डिलीवरी में धोखा हो जाता है. खासकर जब महंगे गैजेट्स जैसे स्मार्टफोन या लैपटॉप (Smartphone or laptop) की बात हो. एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल सैकड़ों ऐसी शिकायतें दर्ज होती हैं. ये चोर ट्रक या कूरियर को निशाना बनाते हैं. तात्पर्य ये है की अब online fraud के मामले बेहद आम हो चुके हैं

सावधानी जरूरी: पैकेट चुराने या स्वैपिंग के मामले

कभी पैकेट चुरा लेते हैं तो कभी नकली चीज रख देते हैं. इंजीनियर का केस भी इसी तरह का लगता है. वह अब बहुत सावधान रहता है. हर ऑर्डर के बाद अनबॉक्सिंग (Unboxing) का वीडियो बनाता है. फोन से रिकॉर्ड करता है ताकि सब कुछ क्लियर दिखे. इससे अगर समस्या हो तो मजबूत सबूत मिल जाता है. पुलिस या कंपनी को दिखा सकता है. बाकी लोग भी ऐसा करें तो फायदा होगा.

 

 

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