प्रदूषण के मामले में अव्वल निकला UP का यह पहला देश, चौंका देगा AQI
UP : ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण भी बढ़ रहा है. उत्तर प्रदेश के शहरों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच रही है. सबसे खराब स्थिति पश्चिमी उत्तर प्रदेश में है. एनसीआर से सटे होने के कारण इसका असर इन शहरों में देखने को मिल रहा है. रविवार को मेरठ राज्य का पहला सबसे प्रदूषित शहर और देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा. मेरठ में एक्यूआई 381 दर्ज किया गया, जबकि हरियाणा का धारूहेड़ा 434 एक्यूआई के साथ देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा. एनसीआर में दिल्ली, गुरुग्राम, मेरठ, बागपत, हापुड़, बुलंदशहर और मुजफ्फरनगर की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही. इन चारों शहरों का एक्यूआई 339 से 348 के बीच रहा.

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रविवार को आई रिपोर्ट के अनुसार, एनसीआर में मेरठ मंडल की वायु गुणवत्ता सबसे प्रदूषित रही, साथ ही हरियाणा के गुरुग्राम, धारूहेड़ा और भिवाड़ी जैसे शहर भी सबसे प्रदूषित रहे. उत्तर प्रदेश में मेरठ की वायु गुणवत्ता सबसे प्रदूषित रही, जहाँ एक्यूआई 381 रहा, जो “बेहद खराब” श्रेणी में आता है. मेरठ राज्य का सबसे प्रदूषित शहर रहा. देश में, हरियाणा के धारूहेड़ा की वायु गुणवत्ता 434 एक्यूआई के साथ “गंभीर” श्रेणी में दर्ज की गई. धारूहेड़ा और मेरठ के बाद, भिवाड़ी 376 एक्यूआई के साथ प्रदूषण के मामले में तीसरे स्थान पर रहा.
प्रदूषित हुए UP के ये शहर
मेरठ मंडल में, मेरठ के बाद, गाजियाबाद, बुलंदशहर, हापुड़ और बागपत की वायु गुणवत्ता विशेष रूप से खराब रही. गाजियाबाद का एक्यूआई 351, बुलंदशहर का 348, हापुड़ का 346 और बागपत का एक्यूआई 341 रहा. मुजफ्फरनगर भी 339 एक्यूआई के साथ प्रदूषित शहरों में से एक रहा. कुल मिलाकर, दिल्ली और मेरठ सहित एनसीआर के सभी शहरों की वायु गुणवत्ता रविवार को “बेहद खराब” रही.
देश एवं प्रदेश के प्रमुख शहरों की AQI
शहर का AQI
धारूहेड़ा 434
मेरठ 381
भिवरी 376
दिल्ली 366
गुरूग्राम 357
गाजियाबाद 351
बुलन्दशहर 348
करनाल 348
हापुड 346
बागपत 341
मुजफ्फरनगर 339



