बिहार प्रचार से पहले CM Yogi ने किया जनता का रुख, अफसरों को दिए जल्द से जल्द कड़े कदम उठाने के आदेश
CM Yogi: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए फिर से प्रचार के लिए तैयार हैं. इससे पहले, सीएम योगी ने लखनऊ में “जनता दर्शन” किया. मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से आए फरियादियों से मुलाकात की, उनकी समस्याओं को एक-एक करके सुना और फिर अधिकारियों को निर्धारित समय सीमा के भीतर उचित समाधान सुनिश्चित करने और पीड़ितों से फीडबैक लेने के निर्देश दिए. इस मुलाकात के दौरान, 60 से अधिक पीड़ितों ने व्यक्तिगत रूप से CM Yogi को अपनी समस्याओं से अवगत कराया. फरियादियों से मुलाकात के बाद, मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा और सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है.

“जनता दर्शन” के दौरान, कई पीड़ितों ने पुलिस कार्रवाई पर असंतोष व्यक्त किया. उन्होंने चोरी की घटना का खुलासा होने के बाद भी बरामदगी न होने पर भी असंतोष व्यक्त किया. CM Yogi के समक्ष भूमि अतिक्रमण की एक शिकायत भी आई. मुख्यमंत्री ने जांच और अतिक्रमण को तत्काल हटाने के आदेश दिए.
बस अनुमान भेजें और मरीज का ध्यान रखें
एक पीड़ित ने इलाज के लिए आर्थिक सहायता की मांग की. इस पर CM Yogi ने कहा, “बस अस्पताल से एक अनुमान प्राप्त करके हमें भेज दीजिए, और अपने मरीज़ का ध्यान रखिए. बाकी हम पर छोड़ दीजिए. पैसों की कमी के कारण किसी भी मरीज़ का इलाज नहीं रुकेगा. सरकार पहले दिन से ही हर ज़रूरतमंद के इलाज के लिए तैयार है.”
CM Yogi ने बच्चों को चॉकलेट दीं
मुख्यमंत्री योगी ने बच्चों से कहा कि वे मन लगाकर पढ़ाई करें, अपने माता-पिता का सम्मान करें और जीवन में कड़ी मेहनत कर ऊँचाइयों को छुएँ. उन्होंने कहा, “आप ही हमारे देश और समाज का भविष्य हैं. ईमानदारी और परिश्रम से जीवन में सफलता अवश्य मिलती है. अपने सपनों को बड़ा रखो और उन्हें साकार करने के लिए पूरी लगन से जुट जाओ.”
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों को भी निर्देश दिया कि जनता दर्शन में आने वाले प्रत्येक फरियादी की समस्या का समाधान संवेदनशीलता और प्राथमिकता (Sensitivity and priority) के आधार पर किया जाए. उन्होंने कहा कि शासन की मंशा यही है कि कोई भी नागरिक उपेक्षित महसूस न करे और हर व्यक्ति की बात सुनी जाए.
जनता दर्शन स्थल पर उपस्थित लोगों ने बताया कि मुख्यमंत्री का यह व्यवहार सभी को भावुक कर गया. खास तौर पर बच्चों के प्रति उनका अपनापन देखकर माहौल में आत्मीयता और सहजता झलकने लगी. मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि बच्चों को देश के निर्माण में योगदान देने के लिए संस्कार, शिक्षा और अनुशासन का पालन करना चाहिए.
कार्यक्रम के दौरान कुछ बच्चों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वे डॉक्टर, पुलिस अधिकारी या शिक्षक बनना चाहते हैं. मुख्यमंत्री ने उन्हें प्रोत्साहित करते हुए कहा, “जो भी बनो, सबसे पहले एक अच्छा इंसान बनो. जब आपके भीतर सच्चाई और मेहनत की भावना होगी, तो सफलता खुद आपके कदम चूमेगी.”
जनता दर्शन में आए अभिभावकों ने मुख्यमंत्री की इस संवेदनशीलता की सराहना की और कहा कि यह मुलाकात उनके बच्चों के लिए हमेशा यादगार रहेगी. मुख्यमंत्री का यह सौम्य और सरल व्यवहार, आमजन से उनके जुड़ाव की एक झलक पेश करता है.



