ChatGPT Go: एक साल के लिए मुफ्त, लेकिन लाखों यूजर्स UPI पेमेंट गेटवे एरर से फंसे
ChatGPT Go: भारत में मंगलवार को ChatGPT Go के 12 महीने के फ्री एक्सेस प्लान की शुरुआत के साथ ही डिजिटल यूजर्स के बीच काफी उत्साह देखने को मिला. OpenAI द्वारा 4 नवंबर 2025 से शुरू किया गया यह ऑफर भारतीय यूजर्स के लिए एक सीमित समय का प्रमोशनल अवसर है. हालांकि, लॉन्च के पहले ही दिन कई यूजर्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शिकायतें दर्ज कराईं कि UPI Activation बार-बार फेल हो रहा है.

यूजर्स का कहना है कि 1 रुपए का ऑथराइजेशन पेमेंट करने के बावजूद चैटजीपीटी गो का प्लान सक्रिय नहीं हो रहा. पेमेंट स्क्रीन पर एप रुक जाता है और वैलिड UPI ID डालने पर भी “Invalid VPA” जैसी त्रुटि दिखाई देती है. कुछ मामलों में ट्रांजैक्शन सफल दिखता है, लेकिन सब्सक्रिप्शन एक्टिवेट नहीं होता.
ओपनएआई की नई फ्री एक्सेस योजना
OpenAI ने ChatGPT Go के इस फ्री एक्सेस ऑफर को खास तौर पर भारतीय डिजिटल मार्केट के लिए तैयार किया है. कंपनी ने स्पष्ट किया है कि ऑफर लेने के लिए यूजर्स को एक वैध Payment Method (जैसे Credit Card या UPI) जोड़ना आवश्यक है. यह कोई सब्सक्रिप्शन चार्ज नहीं है, बल्कि एक सुरक्षा सत्यापन प्रक्रिया है.
हर बिलिंग साइकिल में 1 रुपए का अस्थायी शुल्क (Temporary Charge) लगाया जाता है, जो तुरंत Refundable होता है. यह चार्ज इस बात की पुष्टि करता है कि यूजर का पेमेंट माध्यम वैध है और फ्री अवधि समाप्त होने के बाद Auto-Billing सुचारू रूप से हो सके.
तकनीकी समस्या और यूजर्स की प्रतिक्रिया
लॉन्च के कुछ ही घंटों बाद कई यूजर्स ने “X” (पूर्व में Twitter) पर अपने अनुभव साझा किए. किसी ने लिखा कि “फ्री चैटजीपीटी गो के लिए बहुत एक्साइटेड था, लेकिन यूपीआई वेरिफिकेशन में बार-बार एरर आ रहा है.” वहीं कुछ ने बताया कि “दो बार पेमेंट अप्रूव करने के बाद भी प्लान एक्टिव नहीं हुआ, जबकि अकाउंट से राशि कट चुकी है.”
इन पोस्ट्स के बाद #ChatGPTGo और #UPIIssue जैसे टैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे. लोगों ने सवाल उठाया कि अगर OpenAI ने पहले से ही भारी यूजर ट्रैफिक की उम्मीद की थी, तो सर्वर क्षमता को उसी हिसाब से क्यों नहीं बढ़ाया गया.
ओपनएआई की आधिकारिक प्रतिक्रिया
OpenAI ने इन तकनीकी रुकावटों को स्वीकार करते हुए कहा कि लॉन्च के तुरंत बाद System Overload की स्थिति बन गई थी. कंपनी ने अपने बयान में कहा,
“भारतीय यूजर्स की ओर से डिमांड अपेक्षा से कई गुना अधिक थी. इस वजह से हमारी UPI Integration में अस्थायी रुकावटें आईं. हम अपने पेमेंट पार्टनर्स के साथ मिलकर इस समस्या को हल करने पर काम कर रहे हैं और धीरे-धीरे सर्विस को सामान्य कर रहे हैं.”
कंपनी ने यह भी जोड़ा कि प्रभावित यूजर्स को किसी तरह का वित्तीय नुकसान नहीं होगा और सभी अस्थायी चार्ज ऑटो-रिफंड के रूप में वापस किए जा रहे हैं.
आगे क्या उम्मीद की जाए
तकनीकी टीम के मुताबिक, ChatGPT Go का UPI सिस्टम अब चरणबद्ध तरीके से पुनः सक्रिय किया जा रहा है. आने वाले दिनों में सर्वर क्षमता और Transaction Handling में सुधार किया जाएगा ताकि भविष्य में यूजर्स को ऐसी परेशानी न झेलनी पड़े.
डिजिटल विशेषज्ञों का मानना है कि यह लॉन्च भारत में AI Tool Adoption के लिए एक बड़ा कदम है, क्योंकि अब आम यूजर्स बिना किसी लागत के ChatGPT की उन्नत सेवाओं का उपयोग कर पाएंगे.



