Punjab: चरम पर है पंजाब की राजनीति की तैयारी, विशेष सत्र में विधेयकों की होगी ऑनलाइन जांच
Punjab: पंजाब सरकार श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत बरसी को बहुत बड़े स्तर पर मना रही है. श्री गुरु तेग बहादुर जी सिख धर्म के नौवें गुरु थे. उन्होंने अन्य धर्मों के लोगों की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया था. यह बरसी 24 नवंबर को आती है. सरकार ने पूरे राज्य में कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं. इनमें भजन कीर्तन, ऐतिहासिक प्रदर्शनियां और सांस्कृतिक आयोजन शामिल हैं.

लोग गुरु जी के जीवन और उनके साहसिक कार्यों को याद करते हैं. शहादत का मतलब है बलिदान से मृत्यु. गुरु जी ने कश्मीरी पंडितों की रक्षा के लिए अपना जीवन त्यागा. यह घटना 1675 में हुई थी. अब 350 साल पूरे हो गए हैं. इस मौके पर Punjab के स्कूलों और कॉलेजों में विशेष व्याख्यान (Special lecture) होंगे. स्थानीय स्तर पर मंदिरों में प्रार्थनाएं की जाएंगी.
सरकार ने लाखों लोगों को शामिल होने का आह्वान किया है. 24 नवंबर को आनंदपुर साहिब में विधानसभा का खास सत्र बुलाया जाएगा. आनंदपुर साहिब सिख इतिहास का महत्वपूर्ण स्थान है. यहां गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म हुआ था. सत्र में गुरु जी के संदेशों पर चर्चा होगी. विधायक उनके बलिदान की चर्चा करेंगे. यह सत्र राज्य की एकता को मजबूत करेगा. सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. Punjab के हजारों श्रद्धालु वहां पहुंचेंगे. यह उत्सव सिख समुदाय के लिए गौरव का विषय (a matter of pride) है. पूरा पंजाब इस बरसी में डूबा रहेगा.
भाई जैता जी मेमोरियल में विधानसभा की तैयारियां की जा रही हैं. स्पीकर गैलरी बनाई जा रही है, और मंत्रियों और विधायकों के लिए बैठने की व्यवस्था की जा रही है. यह विधानसभा सत्र (Assembly session) महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि सरकार पंजाब में आनंदपुर साहिब में एक नया जिला बनाने की घोषणा कर सकती है.
सरकार के अनुसार, 24 नवंबर को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक विधानसभा का विशेष सत्र होगा, जिसमें नए जिले के गठन के अलावा, अन्य महत्वपूर्ण बिल (Important Bills) भी पेश किए जा सकते हैं. बिलों की कॉपी विधायकों को उनके टैबलेट पर भेजी जाएंगी. स्पीकर कुलतार सिंह संधवां विधानसभा सत्र की तैयारियों का जायजा लेने के लिए 6 नवंबर को आनंदपुर साहिब जा रहे हैं.
150 लोगों के बैठने की व्यवस्था
भाई जैता जी मेमोरियल में 150 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है. 117 सदस्यों वाली विधानसभा में, स्पीकर, सचिव, अधिकारियों, मीडिया और सत्र में आने वाले दर्शकों के लिए भी बैठने की व्यवस्था की जाएगी. विशेष सत्र के लिए विधानसभा की कार्यवाही (Assembly proceedings) के लिए आवश्यक कंप्यूटर, दस्तावेज और अन्य उपकरण चंडीगढ़ से लाए जाएंगे. सरकार ने विशेष सत्र की तैयारी के लिए एक समिति भी बनाई है.
विधानसभा सचिव ने सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की एक सूची इस समिति और मुख्य सचिव (Committee and Chief Secretary) को भेजी है, और काम पहले ही शुरू हो चुका है. सीसीटीवी कैमरे, सुरक्षा व्यवस्था और विधानसभा की कार्यवाही के लाइव कवरेज की भी व्यवस्था की जा रही है.
सरकार शहीद दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित कर रही है. प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया जा रहा है. इस दौरान VIPs मौजूद रहेंगे. विशेष सत्र के साथ-साथ, श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो, इसके लिए विशेष सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा, एक टेंट सिटी भी बनाई जा रही है, जिसमें 11,000 से 12,000 श्रद्धालुओं के बैठने की क्षमता होगी. बीस पार्किंग स्थल भी बनाए जा रहे हैं.
ये व्यवस्थाएं नए जिले के लिए की जा सकती हैं. सेशन के दौरान, सरकार प्रपोज़्ड आनंदपुर साहिब ज़िले को रोपड़ ज़िले से अलग कर सकती है. AAP सरकार को ज़िला हेडक्वार्टर में ऑफिस और दूसरी फैसिलिटीज़ बनाने के लिए कम से कम 500 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे. Punjab के होशियारपुर ज़िले का कुछ हिस्सा भी इस नए ज़िले में शामिल किया जा सकता है.



